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chhattisgarh/कंट्रोवर्सी:कोरोना से बचाव के लिए रायपुर आई कोवैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा- नहीं लगाना चाहिए
- ----------apalak times jan 24.2021-----------
- स्टोर में ही रहेंगे 37500 कोवैक्सीन टीके, पहला चरण कोविशील्ड से ही
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कोरोना से बचाव के लिए राजधानी समेत देशभर में अभी कोविशील्ड के टीके लगाए जा रहे हैं। इस बीच देश में ही निर्मित दूसरे टीके कोवैक्सीन की पहले खेप शनिवार को राजधानी पहुंच गई। इस वैक्सीन के 37500 टीके पांच बक्सों में भरकर यहां आए। इसे स्टेट वैक्सीन स्टोर में रखा गया, लेकिन देर शाम स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दो-टूक कह दिया है कि इस वैक्सीन को अभी नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इसका क्लीनिकल ट्रायल ही पूरा नहीं हुआ है।
उनके बयान के बाद हेल्थ अफसरों ने भी साफ कर दिया कि जब तक शासन का निर्देश नहीं मिलता, कोवैक्सीन स्टोर में ही रहेगी। फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स को पहले चरण में कोविशील्ड के टीके ही लगाए जाते रहेंगे। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने साफ कह दिया कि अभी इस वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल की रिपोर्ट नहीं आई है, इसलिए इसका इस्तेमाल अभी नहीं करेंगे। मंत्री सिंहदेव ने कहा- मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को चिट्ठी लिखी थी कि कोवैक्सीन छत्तीसगढ़ में नहीं भेजी जाए।
इससे पहले टीके के फाइनल ट्रायल की रिपोर्ट देखनी चाहिए। इसके बाद भी इसके 37 हजार से ज्यादा टीके यहां भेज दिए गए। मेरा स्पष्ट मानना है कि अभी इन टीकों को नहीं लगाना चाहिए। जो लोग व्यक्तिगत तौर पर यह टीका लगवाना चाहते हैं, वो लिखित कंसेंट देकर लगवा सकते हैं। लेकिन सरकार को इसे किसी को लगाने के लिए नहीं कहना चाहिए। जिस दिन कोवैक्सीन की तीसरे ट्रायल के कामयाब होने की रिपोर्ट आएगी, उस दिन सबसे पहले मैं ही इसे लगवाऊंगा। मेरी राय यही है कि तब तक यह वैक्सीन स्टोर में ही रहनी चाहिए।
कोविशील्ड अप्रैल में एक्सपायर हो जाएगी, पहले उसे ही खत्म करेंगे
कोवैक्सीन के टीकों का अभी इस्तेमाल इसलिए भी नहीं होगा, क्योंकि कोविशील्ड के जितने टीके यहां हैं, वह अप्रैल में एक्सपायर्ड होने वाले हैं। विशेष स्वास्थ्य सचिव डा. प्रियंका शुक्ला के मुताबिक प्रदेश में पहले चरण में 2.67 लाख हेल्थ वर्कर्स को टीके लगने हैं। कोविशील्ड के जितने टीके बचे हैं, वह हेल्थ वर्कर्स के साथ-साथ पहले चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए भी पर्याप्त हैं।
इसलिए इसी टीके का इस्तेमाल करेंगे। कोवैक्सीन भारत बायोटेक ने बनाई है और इसकी पहली खेप हैदराबाद से नियमित विमान से दोपहर करीब साढ़े 12 बजे रायपुर में उतारी गई। कोरोना की दूसरी कंपनी के टीके के लेकर आए विमान का एयरपोर्ट के रन-वे पर पानी की बौछारों से स्वागत हुआ। एयरपोर्ट पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम इन टीकों को वैक्सीन वैन से स्टेट वैक्सीन स्टोर तक लेकर आई।
राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. अमर सिंह ठाकुर ने बताया कि अभी फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स को कोविशील्ड के टीके लग रहे हैं और वही लगेंगे। कोवैक्सीन पर शासन के निर्देश का इंतजार किया जा रहा है। गौरतलब है, प्रदेश में कोविशील्ड के 5 लाख 65 हजार टीके यहां आ चुके हैं। इनमें से हेल्थ वर्कर को 22 हजार टीके लग चुके हैं। इस वैक्सीन के जितने टीके स्वास्थ्य विभाग के पास हैं, उनसे पहले चरण का वैक्सीनेशन पूरा हो जाएगा।