Turkiye Earthquake। भूकंप से तबाह हो चुके तुर्किये और
सीरिया में दिल दहला देने वाली तस्वीरों का अंत नहीं हो रहा है। तबाही के
मंजर के बीच यहां बारिश का दौर भी शुरू हो गया है और इस मुश्किल घड़ी में
बचाव कार्य में भी काफी दिक्कत आ रही है। यूरोप के नजदीक बसे दोनों देशों
तुर्किये और सीरिया में इसी सप्ताह 7.8 की तीव्रता वाला भूकंप का झटका झेला
है। भूकंप के 100 घंटे बाद अब मलबे से लोगों के जिंदा मिलने की उम्मीद
खत्म हो रही है लेकिन चमत्कार होना जारी है।
अब तक 24 हजार से ज्यादा मौतें
तुर्किये और
सीरिया में अभी तक भूकंप से 24,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। सबसे
ज्यादा 19 हजार मौतें तुर्किये में हुई है। वहीं सीरिया में मरने वालों की
संख्या तीन हजार की है। विश्व बैंक ने भूकंप से प्रभावित तुर्किये और
सीरिया के लिए 1.78 अरब डॉलर की सहायता स्वीकृत की है। यह धनराशि बचाव-राहत
कार्यों और पुनर्निर्माण पर खर्च की जाएगी।
बारिश और बर्फबारी के कारण बचाव कार्य में परेशानी
तुर्किये
में इन दिनों मौसम में भी काफी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। भारी बारिश और
बर्फबारी के बीच बचाव कार्य में भी काफी परेशानी आ रही है। यहां बचाव कार्य
के दौरान एक युवक अदनान मुहम्मद भी मिला, जो भूकंप आने से बाद मलबे में
दबा हुआ था और खुद की यूरिन पीकर अभी तक जिंदा था। बचाव दल ने अदनान
मुहम्मद को अब अस्पताल भेज दिया है। किशोर अदनान मुहम्मद कोरकुट भूकंप के
केंद्र बिंदु रहे गाजियनटेप शहर के नजदीकी इलाके में मिला है।
भारत सहित कई देशों में भेजी मदद
तुर्कियो में
भीषण ठंड में लाखों बेघर हो गए हैं। तुर्किये में बचाव अभियान तेज है। भारत
के अलावा अमेरिका और अन्य सहयोगी देशों की भरपूर सहायता भी मिल रही है।
लेकिन सीरिया में हालात अभी भी बिगड़े हुए हैं। गृहयुद्ध से जर्जर सीरिया
में सीमित साधनों से विभीषिका से उबरने की कोशिश कर रहा है। सीरिया का
मुख्य मददगार देश रूस इन दिनों यूक्रेन के साथ उलझा हुआ है।